DC VS KKR: क्या कोलकाता नाइट राइडर्स दिल्ली कैपिटल्स को दिल्ली में दे पाएगी चुनौती या दिल्ली पड़ेगी भारी।

दिल्ली के अरुण जेटली मैदान में 29 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स आपस में टकाराएंगी जहाँ कोलकाता के लिए प्लेऑफ में बने रहने के लिए इस मैच को जितना अनिवार्य है।

इस सीजन दिल्ली ने शुरुआत में कमाल का प्रदर्शन किया और लगातार चार मैच जीते। लेकिन पिछले 5 मैच मे दिल्ली कैपिटल्स ने 3 मैच हारे हैं। जिसमें से एक मैच को स्टार्क ने अकेले दम पर सुपर ओवर के माध्यम से जितवाया था।

वहीं कोलाकाता के लिए यह सीजन उतार चढ़ाव से भरा हुआ रहा है। जहाँ KKR कुछ मैच में अप्रत्याशित रूप से जीत भी दर्ज की है। तो कुछ मैचों में बड़ी हार भी मिली है। जिसके वजह से पॉइंट टेबल पर कोलकाता 7 अंको के साथ 7 वें नंबर पर है।

पिच रिपोर्ट

दिल्ली का यह मैदान वैसे स्पिनरों के लिए मददगार होती है। क्योंकि पिछले मैच में यहाँ कि पिच एकदम सुखी हुई थी। हालांकि दूसरी पारी में पिच बैट्समैन के लिए आसान होने लगती है। इसलिए इस मैच में जो भी टीम टॉस जीतेगी वह पहले गेंदबाजी करने का फैसला कर सकती है।

नारायण व वरुण चक्रवर्ती दिल्ली के लिए चुनौती

नारायण व वरुण चक्रवर्ती दिल्ली के लिए चुनौती

कोलकाता के पास स्पिनर के रूप में सुनील नारायण और वरुण चक्रवर्ती के रूप में दो विकल्प मौजूद हैं। जो दिल्ली के इस सुखी पिच पर काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं। केएल राहुल को सुनील नारायण 11 पारियों में दो बार आउट कर चुके हैं।

केकेआर के लिए बैटिंग समस्या रही है।

कोलकाता के लिए इस सीजन ओपनिंग व मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों ने परेशान किया है। क्विंटन डी कॉक को मौके मिले लेकिन उन्होंने एक मैच को छोड़कर कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाए। मिडिल ऑर्डर में भी वेंकटेश अय्यर और रसेल के बैट से रन नहीं निकले हैं। रमनदीप सिंह भी केवल 7 के औसत से रन बनाए हैं।

स्टब्स और राहुल अच्छे फार्म में।

दिल्ली के तरफ से केएल राहुल इस साल अलग लय में दिख रहे हैं। उन्होंने इस सीजन 8 मैच में 60 के औसत से 360 रन बनाए हैं। वहीं अंतिम में स्टब्स विरोधी टीम के लिए काफी खतरनाक साबित हो रहे हैं। उन्होंने 269 कि स्ट्राइक रेट से 183 रन बना चुके हैं।

मैं विकर्तन ठाकुर, बीएससी कंप्यूटर साइंस का छात्र हूँ और पिछले 5 वर्षों से खेल, तकनीक और राजनीति जैसे विविध विषयों पर लेखन कर रहा हूँ। विश्लेषणात्मक नजरिया और विषयों पर गहरा शोध मेरी प्रमुख विशेषता है।

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