RCB ने जिसे खरीदने के लिए खर्च किये 10 करोड़ रुपये  लेकिन प्लेइंग 11 में क्यों नहीं दिया स्थान?

22 मार्च को बड़े धूमधाम के साथ आईपीएल कि शुरुआत हो गई है। लेकिन मैच शुरू होने से पहले आरसीबी के फैंस को बड़ा झटका लगा जब उन्हे पता चला कि भुवनेश्वर कुमार को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी गई है। 

मैच से पहले तक भुवी के सभी फैंस यह उम्मीद कर रहे थे कि स्विंग के किंग कहे जाने वाले भुवनेश्वर कुमार इस सीजन आरसीबी के मुख्य तेज गति के बॉलर होंगे। लेकिन उसके जगह पर यश दयाल और रासिख डार सलाम  को एकादश में शामिल किया गया। 

हालांकि इस मैच में आरसीबी ने कोलकाता नाइट राइडर्स को उनके घर पर ही 7 विकेट से हराकर जीत के साथ सीजन का आगाज किया है। लेकिन सोशल मीडिया में फैंस पुछ रहे हैं कि 2 बार के पर्पल कैप होल्डर भुवी को लगभग 11 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद टीम में जगह क्यों नहीं दिया गया ? 

क्यों नहीं दिया गया भुवनेश्वर कुमार को टीम में जगह?

क्यों नहीं दिया गया भुवनेश्वर कुमार को टीम में जगह?

पहले मैच में RCB ने भुवी के स्थान पर रासिख डार सलाम को मैच मे शामिल किया। भुवी को शामिल न करने के पीछे सबसे बड़ी वजह है। उनका  काफी लंबे टाइम से अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर चलना । साथ ही घरेलू क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा है। 

भुवी के जगह पर खेलने वाले जम्मू कश्मीर के रासिख डार सलाम 140 किलो मीटर प्रति घंटे कि रफ्तार से लगातार बॉलिंग कर सकते हैं। साथ ही पिछले साल उन्होंने दिल्ली के तरफ से डेथ ओवर में काफी किफायती रहे थे। वहीं भुवी पिछले साल आईपीएल में काफी महंगे साबित हो रहे थे। 

भुवनेश्वर कुमार को पहले मैच में जगह न मिलने का एक और कारण हो सकता है। कि कोलकाता मे कंडीशन स्विंग कराने के लिए उपयुक्त नहीं होता। इसलिए टीम मैनेजमेंट ने सोचा होगा कि भुवी कि जगह नए बॉलर ज्यादा प्रभावी हो सकते हैं। हालांकि कप्तान या मैनेजमेंट कि ओर से भुवी को लेकर कोई ऑफिसियल स्टेटमेंट नहीं आया है। 

आरसीबी ने भुवी के लिए लुटाए थे 10.75 करोड़ रुपये

मेगा आक्शन में जब हैदराबाद ने भुवी को रिलीज किया तो RCB ने लगभग 11 करोड़ रुपये कि बोली लगाकर खरीदा था। क्योंकि भुवनेश्वर कुमार आईपीएल के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले चौथे खिलाड़ी हैं। उनके पास गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने कि महारत हासिल है।

डेथ ओवर के लिए भी भुवी के पास  स्लोवर बॉल, यार्कर, कटर जैसे वेरिएशन उपलब्ध हैं हालांकि समय के साथ उनकी गेंदों में गति कम हुई है। मगर अभी भी उनकी सटीक लाइन लेंथ बैट्समेन को परेशान कर सकती है। 

मैं विकर्तन ठाकुर, बीएससी कंप्यूटर साइंस का छात्र हूँ और पिछले 5 वर्षों से खेल, तकनीक और राजनीति जैसे विविध विषयों पर लेखन कर रहा हूँ। विश्लेषणात्मक नजरिया और विषयों पर गहरा शोध मेरी प्रमुख विशेषता है।

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