2017 में धोनी को कैप्टन से हटा देने वाले संजीव गोयनका, मैच के बाद धोनी से बातचीत करते दिखे।

सोमवार को IPL में खेले गए चेन्नई सुपर किंग्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के मैच के बाद लखनऊ सुपर जायंट्स के मालिक संजीव गोयनका धोनी से मैदान में बात करते हुए दिखे। दोनों बातचीत के दौरान बहुत खुश दिखाई दे रहे थे।

दरअसल IPL में लगातार पाँच हार के बाद CSK ने LSG को उसके घर पर हराकर IPL में वापसी की हुंकार भरी है। इस मैच में चेन्नई के कप्तान धोनी ने प्लेयर ऑफ द मैच वाला प्रदर्शन किया। उन्होंने अंत में आकर 11 गेंदों में 26 रन बनाकर मैच का रुख ही पलट दिया।

इस शानदार प्रदर्शन के बाद संजीव गोयनका मैदान में खुद धोनी से मिलने पँहुच गए। जिसके बाद सोशल मीडिया में इस बातचीत की तस्वीर को खूब पोस्ट किया गया। जिसमें गोयनका, धोनी और साथ में ऋषभ पंत व जहीर खान भी मौजूद थे।

संजीव गोयनका ने 2017 में धोनी को कप्तानी से हटाया था

गौरतलब है की 2016 में चेन्नई सुपर किंग्स को दो साल के लिए बैन करने के बाद उसकी जगह पर राइजिंग पुणे सुपर जायंट्स को IPL में शामिल किया था। संजीव गोयनका तब इस टीम के मालिक थे और धोनी इस टीम के कप्तान।

संजीव गोयनका ने 2017 में धोनी को कप्तानी से हटाया था।

जिसके बाद अगले सीजन गोयनका ने धोनी को जबरदस्ती कप्तानी से हटाकर स्टीव स्मिथ को कप्तान बना दिया था। तब यह खबर आई थी की धोनी और गोयनका के बीच में अच्छे संबन्ध नहीं रहे। लेकिन इस मैच के बाद वे दोनों जिस तरह से मिले उसे देख कर ऐसे लगा नहीं की दोनों के बीच में कोई खटास है।

संजीव गोयनका ने धोनी को लेकर कही ये बातें

हाल ही में एक पॉडकोस्ट में संजीव गोयनका ने 2017 में धोनी को हटाए जाने के विषय में खुलकर बातें की। जिसमें उन्होंने बताया की टीम के हित में जो फैसला था वो मैनेजमेंट द्वारा लिया गया। धोनी ने भी तब उस फैसले का कोई विरोध नहीं किया था।

आगे उन्होंने कहा की “यह आपसी सहमति का विषय है अच्छी बात यह है की अभी भी धोनी और मेरे बीच अच्छे संबंध हैं। संबंध निजी होता है उसमें प्रोफेशनल निर्णय को शामिल नहीं किया जाना चाहिए। माही ने देश के लिए जो किया है उसके लिए हमें भी गर्व होता है,और मैं खुद उनसे बहुत सारी चीजें सीखता हूँ।”

मैं विकर्तन ठाकुर, बीएससी कंप्यूटर साइंस का छात्र हूँ और पिछले 5 वर्षों से खेल, तकनीक और राजनीति जैसे विविध विषयों पर लेखन कर रहा हूँ। विश्लेषणात्मक नजरिया और विषयों पर गहरा शोध मेरी प्रमुख विशेषता है।

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