CSK VS RR – गुवाहटी में हाई-वोल्टेज मुकाबला: क्या राजस्थान को मिलेगी पहली जीत या चेन्नई करेगी जोरदार वापसी?

रविवार को गुवाहटी के बरसापारा में राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स कि टीम आमने सामने होंगी। जहाँ दोनों टीम इस मैच को जीतकर दो अंक प्राप्त करना चाहेगी। राजस्थान रॉयल्स को इस सीजन अपनी पहली जीत का इंतजार है। वहीं चेन्नई सुपर किंग्स पिछली मैच में आरसीबी के साथ हारने के बाद जीत कि पटरी पर दोबारा लौटना चाहेगी।

हालांकि 2020 के बाद राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई के खिलाफ खेले गए कुल 8 मैच में से 6 मैच जीते हैं। जिसमें सिर्फ 2 मैच ही चेन्नई जीत पाई है। लेकिन ओवर आल रिकार्ड में चेन्नई का पलड़ा थोड़ा भारी है। जहाँ इन दोनों टीम के बीच खेले गए कुल 29 मैच में 16 मैच चेन्नई सुपर किंग्स ने जीते हैं।

इन सब के बावजूद दोनों टीमों के लिए सीजन कि शुरुआत उस तरह से नहीं रही है। जहाँ राजस्थान के गेंदबाजों ने पहले मैच में हैदराबाद के खिलाफ 286 रन लुटाए थे। तो दूसरे मैच में कोलकाता के खिलाफ सिर्फ 151 रन ही बना पाए थे।

वहीं चेन्नई के लिए बैटिंग में मिडिल ऑर्डर कि समस्या सिर दर्द बनी हुई है। जहाँ दीपक हुड्डा और राहुल त्रिपाठी बिल्कुल लय में नजर नहीं आ रहे हैं। 

गुवाहटी का पिच रिपोर्ट

यह पिच स्पिनर्स के लिए मददगार होने कि संभावना है। इस सीजन यहाँ खेले गए मैच में यह देखा गया है कि गेंद थोड़ा रुककर आती है जिससे बैट्समेन को शॉट खेलने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है। हालांकि दूसरी पारी में पहली पारी के मुकाबले बैटिंग करना आसान होता है। 

गुवाहटी का पिच रिपोर्ट

चेन्नई के स्पिनर्स के लिए यह विकेट काफी मददगार हो सकती है। क्योंकि उनके टीम में नूर अहमद और रविचंद्रन अश्विन जैसे स्पिनर्स के विकल्प हैं। लेकिन तेज गति के बॉलर को यहाँ पिच से कोई खास मदद मिलने कि उम्मीद नहीं है। इस पिच पर बैटिंग करना उतना आसान नहीं रहा है। इसलिए यह लो स्कोरिंग मैच हो सकती है। 

राजस्थान के लिए चुनौतियाँ 

RR के लिए गुवाहटी का मैदान वैसे तो होम ग्राउंड है लेकिन पिछले तीन सीजन में राजस्थान ने यहाँ संघर्ष किया है। पिछले पाँच मैच में से केवल एक मैच ही राजस्थान रॉयल्स कि टीम जीत पाई है। इसके अलावा RR के स्टार बॉलर जोफ्रा आर्चर पिछले दोनों मैच में काफी मंहगे साबित हुए हैं। 

चेन्नई सुपर किंग्स के लिए चुनौतियाँ 

चेन्नई सुपर किंग्स के लिए उनका बैटिंग लाइनप सबसे बड़ी चुनौती है। जहाँ पर मिडिल ऑर्डर बहुत ही कमजोर दिखाई पड़ता है। चेन्नई के खेमे में धोनी और शिवम दुबे  को छोड़ दिया जाए तो कोई भी ऐसा बल्लेबाज नहीं है जो दो सौ से उपर के स्ट्राइक रेट से रन बन पाए।

चेन्नई ने पिछले 8 मैच से एक बार भी 175 से ज्यादा का स्कोर चेस नहीं कर पाई है। वहीं दीपक हूडा और राहुल त्रिपाठी के सामने इस मैच में भी जोफ्रा आर्चर होंगे जो कि अपनी तेज गति के शॉर्ट पिच डिलीवरी के साथ इन दोनों का इम्तिहान लेंगे।

मैं विकर्तन ठाकुर, बीएससी कंप्यूटर साइंस का छात्र हूँ और पिछले 5 वर्षों से खेल, तकनीक और राजनीति जैसे विविध विषयों पर लेखन कर रहा हूँ। विश्लेषणात्मक नजरिया और विषयों पर गहरा शोध मेरी प्रमुख विशेषता है।

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