वनडे और टेस्ट क्रिकेट के नियमों में होने जा रहे हैं कुछ अहम बदलाव, जानिए क्या हैं वह नए नियम?

ICC ने क्रिकेट को और अधिक रोमांचकारी तथा पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट में कुछ नए नियम को लागू करने वाली है।

इस नए नियम में डीआरएस, वनडे क्रिकेट में दो गेंदों के इस्तेमाल, कन्कशन सब्स्टीट्यूट जैसे महत्वपूर्ण नियमों पर संसोधन किया गया है। जिसे अगले माह 17 जून से होने वाली श्रीलंका और बांग्लादेश के मध्य टेस्ट सीरीज के साथ लागू किया जाएगा।

वहीं वनडे क्रिकेट में यह नियम जुलाई से लागू होगी। जब श्रीलंका और बांग्लादेश कि टीम 2 जुलाई से वनडे सीरीज में आमने सामने होगी।

हालांकि कुछ नियमों को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। उम्मीद है आने वाले कुछ दिनों में सारे बदले हुए नियम सार्वजनिक कर दिए जाएंगे।

वनडे क्रिकेट में बदले जाएंगे यह नियम।

एकदिवसीय क्रिकेट में जुलाई के महीने से अहम बदलाव होने जा रहा है। बदले हुए नियम के अनुसार अब 35 ओवर तक दो गेंदों का इस्तेमाल किया जाएगा।

लेकिन 35 ओवर के बाद इन दोनों गेंदों में से एक ही गेंद का उपयोग बाँकी के 15 ओवर के लिए किया जा सकेगा। अगर मैच 25 ओवर से कम का होता है तो सिर्फ एक गेंद का ही उपयोग किया जाएगा।

वनडे क्रिकेट में बदले जाएंगे यह नियम।

चूंकि इसके पहले पूरे 50 ओवर दो नए गेंद के साथ खेली जाती थी। जिससे वनडे क्रिकेट में बॉल इतनी पुरानी ही नहीं हो पाती थी कि गेंदबाज बॉल को रिवर्स स्विंग करा पाए। क्योंकि रिवर्स स्विंग कराने के लिए बॉल का एक हिस्सा रफ होना जरूरी है। 

कन्कशन सब्स्टीट्यूट के नियमों में होंगे बदलाव। 

कन्कशन सब्स्टीट्यूट के नए नियम के अनुसार अब मैच से पहले ही टीम को पाँच खिलाड़ियों के नाम मैच रेफरी को देना होगा।

इन्ही पाँच खिलाड़ियों मे से एक खिलाड़ी को उसकी जगह पर मौका दिया जाएगा। साथ ही जो खिलाड़ी बाहर होगा उसकी जगह पर उसी तरह के खिलाड़ी को बतौर रिप्लेसमेंट शामिल किया जा सकता है।

पहले इस नियम में कोई बॉलर चोट की वजह से बाहर होता था तो कप्तान जरूरत के हिसाब से किसी बैट्समैन को शामिल कर लेता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। 

बाउंड्री लाइन के बाहर कैच लेने और डीआरएस के नियम पर भी संसोधन किए गए हैं। जिसको लेकर जल्द ही जानकारी सार्वजनिक किए जाने कि संभावना है।

मैं विकर्तन ठाकुर, बीएससी कंप्यूटर साइंस का छात्र हूँ और पिछले 5 वर्षों से खेल, तकनीक और राजनीति जैसे विविध विषयों पर लेखन कर रहा हूँ। विश्लेषणात्मक नजरिया और विषयों पर गहरा शोध मेरी प्रमुख विशेषता है।

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