आईपीएल को और अधिक रोमांचक बनाने के लिए इस सीजन कुछ नए नियम लागू किए गए हैं। इस बदले हुए नियम से उम्मीद कि जा रही है कि IPL 2025 का 18 वाँ सीजन पहले के मुकाबले में और अधिक रोचक हो जाएगा।
हाल ही में सम्पन्न हुए आईपीएल गवर्निंग काउन्सिल कि मीटिंग में मुख्य रूप से तीन नए नियम को लागु किया गया है। इस बदले हुए नियम को लागु करने के लिए सभी टीमों के कप्तानों कि भी सहमति लिया गया। जिसके बाद इसे इस सीजन के लिए लागू कर दिया गया है।
जानिये वो तीन नए नियम क्या क्या होंगे। और इस नियम से किसे अधिक फायदा होगा और किसे इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है।
1. दो बॉल का इस्तेमाल

इस सीजन IPL में ओस के प्रभाव को कम करने के लिए दूसरी पारी में दो नई गेंद का इस्तेमाल करने कि अनुमति दी जाएगी। कप्तान दूसरी पारी में 11 ओवर के बाद नई गेंद के विकल्प के साथ जा सकता है। हालांकि यह नियम सभी मैच में अनिवार्य नहीं है। इस नियम को सिर्फ रात वाले मैच में ज्यादा ओस गिरने कि स्थिति में ही लागू किया जाएगा।
इस नए नियम से टॉस का प्रभाव कम होगा। तथा दूसरी पारी में बॉलिंग करने वाले टीम को अगर ज्यादा ओस गिरता है तो इसका फायदा मिलेगा। क्योंकि नई गेंद को बॉलिंग के दौरान नियंत्रण करना ज्यादा आसान है।
2. वाइड और नो बॉल के लिए नई तकनीक
इस बार वाइड और नो बॉल के निर्णय के लिए एक नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इस तकनीक में बैटर के कमर तक कि ऊंचाई का माप पहले ही ले लिया जाएगा। जिसके बाद अंपायर हॉक-आई तकनीक का इस्तेमाल कर नो बॉल कि हाइट को ज्यादा सटीकता के साथ माप सकता है।
व डी-आर-एस के उपयोग से वाइड बॉल कि पहचान करने में आसानी होगी। इस नए नियम से क्रिकेट में पारदर्शिता बढ़ेगी। जिससे निर्णय के दौरान विवाद कि स्थिति भी नहीं बनेगी।
3. सलाइवा के इस्तेमाल पर बैन को हटा लिया गया है।
कोविड 19 के कारण बॉल पर सलाइवा के इस्तेमाल को प्रतिबंध कर दिया गया था। लेकिन इस सीजन गेंदबाज बॉल पर स्विंग व स्किड कराने के लिए लार का इस्तेमाल कर सकता है।
इससे तेज गेंदबाजों को बॉल पुरानी होने के बाद रिवर स्विंग कराने में मदद मिलेगी। तथा स्पिनर्स लार का इस्तेमाल कर बॉल को स्किड करा पाएंगे। जिससे बैट्समैन को चकमा देने में बॉलर को मदद मिलेगी।